कहीं मॉडल केंद्र ने लुभाया तो कहीं बोर्ड की गड़बड़ी ने छात्रों को रुलाया


कड़ी निगरानी के बीच आज से बिहार बोर्ड की 2019 की मैट्रिक परीक्षा शुरू हुई। पहले ही दिन गुरुवार को कहीं छात्राएं मॉडल परीक्षा केंद्र पर जबर्दस्‍त स्‍वागत देखकर गदगद हुई। वहीं कहीं बाेर्ड की गड़बड़ी ने परीक्षार्थियों काे रोने के लिए विवश कर दिया। वहीं पहले दिन गुरुवार को कदाचार में लिप्त 11 परीक्षार्थियों को निष्कासित कर दिया गया। वहीं मुंगेर और गया में दूसरे परीक्षार्थी की जगह परीक्षा देने वाले चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। 

पटना, आरा समेत कई जिलों में बिहार बोर्ड की ओर मॉडल परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। केंद्र पर परीक्षार्थियों के स्‍वागत के लिए काफी तगड़े इंतजाम किये गये थे। वहीं नवादा में बिहार बोर्ड की गड़बड़ी ने उसकी पोल खोल दी। एडमिट कार्ड पर महज दो विषयों के नाम ही अंकित थे। इसे लेकर परीक्षार्थियों की परेशानी बढ़ गई है।  



उधर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने देर शाम बताया कि मैट्रिक परीक्षा के पहले दिन राज्य के 1418 केंद्रों पर दोनों पालियों में अंग्रेजी विषय में 16 लाख 60 हजार 609 परीक्षार्थी शामिल हुए। पहली बार मैट्रिक परीक्षा में उत्तर पुस्तिका और ओएमआर शीट पर अभ्यर्थियों का नाम, रौल कोड, रौल नंबर और विषय कोड प्रिंटेड था। सभी केंद्रों पर दस सेट में प्रश्नपत्र दिए  गए।

मॉडल परीक्षा केंद्र : बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने पटना में बनाए गए मॉडल परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। इन केंद्रों को आकर्षक ढंग से बैलून से सजाया गया था। इनके माध्यम से नारी सशक्तीकरण का उदाहरण प्रस्तुत किया गया। यहां महिला वीक्षक, दंडाधिकारी, पुलिस बल और पुलिस पदाधिकारी की तैनाती की गई थी। शास्त्रीनगर बालिका विद्यालय, बालक विद्यालय, केबी सहाय हाईस्कूल और रामलखन सिंह यादव विद्यालय पुनाईचक को नारी शक्ति केंद्र के रूप में सजाया गया था। परीक्षार्थियों से प्रश्नपत्र के बारे में जानकारी ली गई तो फीडबैड मिश्रित था। कुछ परीक्षार्थियों ने प्रश्न के स्तर को सामान्य तो कुछ ने सरल और कठिन बताया। 

10 मिनट पहले कर लेनी है एंट्री: खास बातें कि परीक्षा केंद्रों पर कदाचार रोकने की कड़ी व्यवस्था की गई है। इंटरमीडिएट की तरह मैट्रिक की परीक्षा में भी जूता-चप्पल पहनकर परीक्षा केंद्रों में एंट्री किए जाने पर रोक लगाई गई है। परीक्षा के लिए सुबह 9:20 में ही छात्रों को परीक्षा हॉल में प्रवेश का समय दिया है। मतलब कि परीक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले हर हाल में परीक्षार्थियों को हर हाल में सेंटर के अंदर एंट्री कर लेनी है। 

28 फरवरी तक चलेगी परीक्षा:  गुरुवार से शुरू हुई बोर्ड की ये परीक्षा 28 फरवरी तक चलेगी। परीक्षा दो पालियों में ली जा रही है। इसमें 8 लाख 42 हजार 888 छात्र हैं, जबकि 4 लाख 28 हजार 273 छात्राएं शामिल हैं। परीक्षा की प्रथम पाली में 4 लाख 14 हजार 615 छात्र सम्मिलित होंगे, जबकि 4 लाख 8 हजार 919 परीक्षार्थी द्वितीय पाली की परीक्षा में सम्मिलित होंगे। राजधानी पटना में कुल 74 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।


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